Hanuman Chalisa Lyrics - An Overview
Hanuman Chalisa Lyrics - An Overview
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सोई अमित जीवन फल पावै ॥२८॥ चारों जुग परताप तुह्मारा ।
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
संकट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥
सूक्ष्म रुप धरि सियहिं दिखावा। विकट रुप धरि लंक जरावा॥
हनुमान जी राम जी के अनन्य भक्त हैं. ऐसी मान्यता है की हनुमान जी अमर हैं. हनुमान जी अपने सूक्ष्म रूप में सदा विचरण करतें रहतें हैं.
You happen to be golden coloured; you might be shining in your wonderful apparel. You've beautiful earrings inside your ear and curly hair.
हनुमान चालीसा के प्रभाव से जीवन में आने वाले सभी संकटों से हनुमान जी रक्षा करतें हैं.
“Secure your individual very good in all that you simply do, and as considerations every little thing else take exactly what is supplied as far as you can also make reasoned usage of it. Should you don’t, you’ll be unfortunate, prone to failure, hindered and stymied.”
अगर आप प्रातः काल और संध्या काल को हनुमान चालीसा का पाठ करतें हैं तो यह अत्यंत शुभ फलदायक होता है.
मंगलवार को भक्तगण हनुमानजी को फूल-माला अर्पित करके उन्हें लड्डू चढ़ाते more info हैं. इस दिन श्रद्धा के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करने से भक्तों का हर तरह से कल्याण होता है.
तुलसीदास सदा हरि चेरा। कीजै नाथ ह्रदय महँ डेरा॥
हनुमान चालीसा का पाठ करने से घर में धन-धान्य की बृद्धि होती है. घर में शुख-सम्पति आती है.
लील्यो ताहि मधुर फल जानू ॥१८॥ प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं ।
हनुमानजी बंदर या वानर थे या कुछ और, क्या आज भी मिलते हैं ऐसे लोग